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पर्मालिंक

टिप्पणी

आदि काल से भारत में चित्रकारी एवम रंगो का अटूट संबंध रहा है। और इन्ही कलाकारों को इस योजना में नहीं, शामिल करना बहुत ही गलत होगा ।आज के इस डिजिटल युग में यह कला और कलाकार अपनी सांस्कृतिक विरासत को ,समाप्ति की ओर अग्रसर है, अतः इस कला को जीवित रखने के लिए इस योजना में शामिल अपनी विरासत और धरोहर को जीवित रखना है।
अतः पेंटर को भी इस योजना में शामिल किया जाना चाहिए।

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